भोपाल थाना हनुमानगंज क्षेत्र में घटित अपहरण की घटना झूठी निकली, पति से झगडा के कारण पिडिता घर छोडकर भागी थी- 

विवरण-    थाना हनुमानगंज भोपाल में दिनांक- 29/1/2020 को थाना हनुमानगंज में फरियादी संतोष खटीक पिता प्रेमनारायण खटिक निवासी इब्राहिमगंज भोपाल ने आकर मौखिक रिपोर्ट किया कि उसकी पत्नी अंजना खटीक दिनांक 27/1/2020 को घर से बिना बताये कंही चली गई दिनांक 29/1/2020 को मनमाढ (महाराष्ट्र) से पत्नी के मोबाईल नबंर से उसके पास फोन आया कि उसका किसी अपहरण कर लिया है और 5 लाख रूपये फिरोती मांगी है । उक्त रिपोर्ट पर थाने पर अपराध क्रमांक- 101/2020 धारा 364 क भादवि का कायम कर विवेचना मे लिया गया     उक्त अपराध की कायमी के पश्चात श्रीमान् अति. पुलिस महानिदेशक महोदय श्री आदर्श कटियार, श्रीमान् उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय (शहर) श्री इरशाद वली , श्रीमान् पुलिस अधीक्षक उत्तर क्षेत्र भोपाल श्री शेलेन्द्र सिंह चौहान द्वारा भोपाल द्वारा प्रकरण मे टीम गठित कर त्वारित एवं संवेदनशील कार्यवाही करने सबंधी निर्देशो दिये थे । वरिष्ठ अधिकारीगण के निर्देशो के पालन में श्रीमान् अति. पुलिस अधीक्षक महोदय जोन -3 श्री मनु व्यास , नगर पुलिस अधीक्षक महोदय एस.पी अहरवाल के निर्देशन में थाना प्रभारी थाना हनुमानगंज महेन्द्र सिंह ठाकुर के निर्देशन में टीम तैयार की गई ।  इसी दौरान अपह्ता के मोबाईल से बार बार फोन आते रहे और कई बार महिला ने अपने पति,बहन व परिवार के अन्य सदस्यो से बात करती रही तथा अपहरण होने की बात बताती रही । अपह्ता के मोबाईल के आधार पर टीम द्वारा अपह्ता की तलाश पतारसी हेतु साईबर सेल की मदद ली गई तो जानकारी प्राप्त हुई कि अपहृता लगातार सफर कर रही थी । जो भोपाल से दिल्ली , दिल्ली से ग्वालियर , ग्वालियर से मुंबई जाना पाई गई । मुंबई में जब अपह्ता छत्रपति शिवाजी ट्रमिनल स्टेशन पर उतरी तथा वहीँ पर लगातार रूकना पाई गई तो पुलिस कंट्रोल रूम मुंबई व जी.आर.पी मुंबई से संपर्क कर अपह्ता की जानकारी बताई गई तो अपह्ता सी.एस.टी रेल्वे स्टेशन पर मिल गई । अपह्ता के मिलने की सूचना पर टीम द्वारा मुंबई पहुंचकर विधिवत् कार्यवाही की गई तथा अपह्ता से पूछताछ की गई तो पता चला कि अपह्ता के दिनांक 27/1/2020 को अपने पति से शराब पीने की बात को लेकर लडाई झगडा हो गया था । इसी कारण पत्नी घर से बिना बताये गुस्से में चली गई और जब उसके पास रूपये खत्म हो गये तो ग्वालियर में जाकर 5800 रूपये में अपना मंगलसूत्र सुनार की दुकान पर बेच दी और उसी रूपयो से एक बेग व स्वंय के लिये एक जोडी कपडे खरीदी और दुबारा से मुबई की ट्रेंन मे  बैठ गई और मुंबई स्टेशन पर जाकर उतरी और वहीं की भीड भाड देखकर घबरा गई और अपने पति को फोन करके झूठी कहानी बताई की मुझे अंधेरे कमरे मे रखा है मुझे बचा लो । जबकि अपह्ता आराम से स्टेशन पर बैठी बात कर रही थी जिसकी टीम द्वारा सी.सी.टी.व्ही फुटेज प्राप्त की गई है । अपह्ता लगातार मोबाईल से झूठी मंनगठंत कहानी बताती रही थी जबकि वो स्वंय अपनी इच्छा से घर से गई तथा लगातार ट्रेन मे संपर्क करती रही है । उक्त अपहरण की कहानी पूरी तरह से झूठी होना पाई गई है । प्रकरण मे पूछताछ जारी है । उक्त गंभीर घटना की सूचना मिलने पर  थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सउनि अरविंद जाट , सउनि राजेन्द्र सिंह , प्र.आर. सुषमा देशमुख ,.प्र.आर. 719 अजीत बघेल, प्र.आर. 286 दीवान सिंह , आर युवराज. तथा साईबर सेल  प्र.आर. 39 पी चिन्ना राव , आर. 3418 आदित्य द्वारा त्वरित कार्यवाही गई और सफलता हासिल की गई है ।