भोपाल क्राइम ब्रांच अमानत में खयानत कर फर्जी तरीके से वाहन फायनेंस कराकर धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार किया

भोपाल एडीजी/आईजी भोपाल जोन श्री आदर्श कटियार एवं डीआईजी शहर श्री इरशाद वली द्वारा सक्रिय गुंडो बदमाषों, संपत्ति संबंधी अपराधों तथा फायनेंस का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों की पतारसी कर धरपकड़ कार्यवाही हेतु आवष्यक निर्देश दिए गए है।उक्त निर्देशों के पालन में फर्जी तरीके से फायनेंस कराकर वाहन उठाकर फायनेंस कंपनियों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के संबंध में शिकायती आवेदन की जाँच, कार्यवाही तथा गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी को दृष्टिगत् रखते हुए एक टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा फर्जी तरीके से फायनेंस कराकर वाहन उठाकर फायनेंस कंपनियों से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है शिकायत संक्षिप्त विवरणः- आवेदक राजीव, निवासी- बैरागढ़, भोपाल ने शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था, जिसमें उसके द्वारा बताया गया था कि हमारे टी.व्ही.एस. कंपनी के शोरूम में आइडीएफसी बैंक के फायनेंस एक्जीक्यूटिव हरीष वर्मा पिता अमृत वर्मा, नि0- जिला होषंगाबाद द्वारा फैजान उर्फ अरमान उर्फ नज्जू उर्फ समी निवासी- रम्भा नगर, दारूल हुदा मस्जिद के पास, डीआइजी बंगला, बैरसिया रोड़, भोपाल के साथ मिलकर अलग-अलग ग्राहकों के नाम पर 05 वाहनों की धोखाधड़ीपूर्वक मार्जिन मनी जमा कर ले गये एवं उक्त वाहनों को बिना फायनेंस कराये दूसरे लोगों को सस्ते दामों में बैंच कर अनुचित लाभ अर्जित कर आपस में बांट लेते थे। कंपनी के साथ हुयी धोखाधड़ी की जानकारी हरीष वर्मा के कंपनी से फरार होने के बाद पता चलने पर कंपनी के मैनेजर राजीव द्वारा षिकायत आवेदन थाना क्राइम ब्रांच भोपाल में दिया गया। आवेदक द्वारा प्रस्तुत शिकायती आवेदन पत्र की जॉंच की गई एवं गोपनीय रूप से उक्त दोनों आरोपियों की पतारसी की गयी एवं जाँच पर थाना क्राइम ब्रांच भोपाल में अप0क्र0 211/19 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।इस प्रकार के धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु तकनीकी आधार पर इनके घर का पता करते हुये टीम द्वारा प्रकरण में आरोपी नाजिष उर्फ समी उर्फ नज्जू की धरपकड़ हेतु दबिश दी गई जिसमे ंआरोपी नाजिष उर्फ समी उर्फ नज्जू पिता फारूख अली, उम्र 22 साल, निवासी म0न0 62, रम्भा नगर मस्जिद के पास बैरसिया रोड़ भोपाल को पकड़ा गया एवं अपराध के संबंध में पूछताछ की गई जिसमें पहले उनके द्वारा टीम को गुमराह किया गया परंतु दस्तावेज एवं तकनीकी आधार पर सूक्ष्मता से बातचीत की गई, जिसमें आरोपी द्वारा बताया गया, कि मैं और फायनेंस एक्जीक्यूटिव हरीष वर्मा आपस में मिलकर दूसरे ग्राहकों के दस्तावेज जमा कर कंपनी से वाहन क्रय कर लेते थे। बाद में वही वाहन बिना फायनेंस की प्रक्रिया पूरी किये सस्ते दामों में बिचौलिये मोह0 समीर के माध्यम से बेंच देते थे। दोनो आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार किया जाकर थाना लाया गया एवं अभी तक धोखाधड़ी द्वारा क्रय किये गये डेढ़ दर्जन वाहन जप्त किये जा चुके हैं। अभी उक्त गिरोह का मास्टरमाइंड फायनेंसर हरीष वर्मा घटना के बाद से फरार है। इस प्रकार के अन्य अपराधों के संबंध में तथा धोखाधड़ी पूर्वक क्रय किये गये वाहनों के संबंध में भी टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है। इस गिरोह के कई लोग फरार है, जिनसे भी कई वाहन मिलने की संभावना है। इस प्रकार के अन्य गिरोह के संबंध में पूछताछ की जा रही है। जिसमें बड़ा खुलासा होने की संभावना है।तरीका वारदातः- आरोपियों से वारदात के संबंध में पूछताछ की गई जिसमें बताया कि कई अलग-अलग शोरूमों में दूसरे लोगों के नाम के फर्जी दस्तावेज कंपनी में जमा कर वाहन फायनेंस कराते थे। बाद में बिचौलियों के माध्यम से दूसरे लोगों को सस्ते दामों में बेंच देते थे। उक्त फायनेंस किये गये वाहनों की राषि जमा न कर बैंकों के साथ अमानत में खयानत करने का कार्य करते थे। वर्ष 2016 से ही यह गिरोह इस प्रकार की धोखाधड़ी में संलिप्त है। इस प्रकार की धोखाधड़ी के कई गिरोह भोपाल में सक्रिय है। पकड़े गये आरोपी का विवरण :-01- सैय्यद नाजिश उर्फ अरमान उर्फ नज्जू उर्फ समी निवासी- रम्भा नगर, दारूल हुदा मस्जिद के पास, डीआइजी बंगला, बैरसिया रोड़, भोपाल, दसवी कक्षा, कबाड़ी की दुकान पर काम।02- मोह0 समीर खान पिता शफीक खान,  उम्र 23 साल, निवासी म0न0 102, मिलन बेकरी के सामने, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भोपाल, तीसरी कक्षा फेब्रीकेशन का काम।