भोपाल प्रदेश के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में कार्यरत 3300 चिकित्सा शिक्षकों की 02 मुख्य मागे

https://youtu.be/7vRyLsJqwh0भोपाल प्रदेश के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में कार्यरत 3300 चिकित्सा शिक्षकों की 02 मुख्य मांग दिनांक 01.01.2016 से सातवां वेतनमान (चिकित्सा शिक्षक संवर्ग) तथा भत्ते और विभागीय समयबद्ध क्रमिक उच्चतर वेतनमान दिनांक 01.01.2016 से प्रदान करने तथा अन्य लंबित 13 सूत्रीय विभागीय विसंगतियोंके निराकरण न होने से प्रदेशव्यापी आंदोलन एवं सामूहिक त्यागपत्र देने के संबंध में।मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के पदाधिकारियों की बैठक आज दिनांक 05.09.2019 को गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में आयोजित की गई थी |प्रदेश के पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मिति से निर्णय लिया गया कि म.प्र. मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन द्वारा चिकित्सा शिक्षकों की मांगों के निराकरण हेतु शासन के हर स्तर पर चर्चा कर प्रयास किया हैं | 


म.प्र. मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन आक्रोशित हैं कि लंबित मांगों के निराकरण हेतु शासन के हर स्तर पर चर्चा उपरांत तथा मुख्य सचिव म.प्र. शासन के 10 दिनो में मांगो के निराकरण के आश्वासन एवं हस्तक्षेप के बादपूर्व में प्रस्तावित प्रदेशव्यापी आंदोलन को वापस लिया था| परन्तु उक्त आश्वासन के लगभग 02 माह हो जाने के बाद भी चिकित्सा शिक्षकों की मांगों का निराकरण नहीं किया गया हैं |


विधानसभा चुनाव 2018 हेतु कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी चुनावी वचन पत्र में चिकित्सा शिक्षकों की लंबित मांगों के सम्मिलित होने के बावजूद भी आज दिनांक तक शासन स्तर पर कोई निराकरण न होने से प्रदेश के 3300 चिकित्सा शिक्षक निराश, शुब्ध, आक्रोशित एवं आंदोलित हैं | 


विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान म.प्र. मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा उपरान्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चिकित्सा शिक्षकों की मांगों को अपने मैनिफेस्टो में सम्मिलित किया था | कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव 2018 हेतु जारी वचन पत्र के बिंदु 19.4 में चिकित्सा शिक्षकों की लंबित मांगों को सम्मिलित कर “नया वेतनमान” एवं “सुविधायें” प्रदान करने के वचन दिया हैं |


म.प्र. मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन द्वारा प्रदेशव्यापी आंदोलन की भूमिका निर्धारित की हैं :-
1. दिनांक 11.09.2019 को प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में धरना प्रदर्शन |
2. दिनांक 17.09.2019 को भोपाल में चिकित्सा शिक्षकों की प्रदेश स्तर की रैली | उक्त 
   रैली इकबाल मैदान से मुख्यमंत्री आवास तक आयोजित की जायेगी |
3. दिनांक 30.10.2019 को सामूहिक इस्तीफा |


प्रदेश के पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मिति से निर्णय लिया गया कि सिर्फ सातवां वेतनमान प्रदान करने की कार्यवाही करने से प्रदेश के चिकित्सा शिक्षक संतुष्ट नहीं होंगे, जबतक चिकित्सा शिक्षकों को02 मुख्य मांग में सम्मिलित विभागीय समयबद्ध क्रमिक उच्चतर वेतनमान दिनांक 01.01.2016 से प्रदाननहीं किया जाता हैं | साथ अन्य लंबित 13 सूत्रीय विभागीय विसंगतियों का तत्काल निराकरण नहीं किया जाता हैं तब तक प्रदेश के चिकित्सा शिक्षक प्रदेशव्यापी आन्दोलन को वापस नहीं लेंगे |



मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की 02 मुख्य मांग का विवरण :-
शासकीय / स्वशासी चिकित्सा शिक्षक सहायक प्राध्यापक, सह प्राध्यापक एवं प्राध्यापक को 13 वर्ष सेवाकालएवं चिकित्सा शिक्षक प्रदर्शक / ट्यूटर को 16 वर्ष के सेवाकाल में विभागीय समयबद्ध क्रमिक उच्चतर वेतनमान दिनांक 01.01.2016 से प्रदान करना | 


शासकीय / स्वशासी चिकित्सा शिक्षक संचालक, अधिष्ठाता, प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक एवं प्रदर्शक / ट्यूटर को दिनांक 01.01.2016 से सातवांवेतनमान (चिकित्सा शिक्षक संवर्ग) प्रदान करना | 



विगत 02 वर्षों से मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मांग कर रहा हैं :-
मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय, इंदौर में 3300 चिकित्सा शिक्षक (प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक एवं प्रदर्शक / ट्यूटर) का प्रतिनिधित्व करता हैं और विगत 02 वर्षों से चिकित्सा शिक्षकों की लंबित मांगों के लिये शासन के हर स्तर चर्चा कर रहा हैं | 


वर्ष 2018 में चिकित्सा शिक्षकों द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री का घेराव किया गया था :-
वर्ष 2018 में मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, तत्कालीन प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, तत्कालीन प्रमुख सचिव एवं आयुक्त चिकित्सा शिक्षा से विस्तृत चर्चा कर अपनी जायज़ मांगों के संबंध में अवगत कराया था परंतु मांगों का निराकरण नहीं हो पाया | आक्रोशित चिकित्सा शिक्षकों द्वारा 26 सितम्बर 2018 को राज्य शासन के तत्वाधान में आयोजित चिकित्सक महापंचायत में विरोध स्वरूप तत्कालीन मुख्यमंत्री का घेराव किया था | 


वचन पत्र की घोषणा को 07 महीने बीतने के बाद भी पूरा नहीं किया जाना :-
वचन पत्र की उक्त घोषणा को 03 माह में लागू करने का उल्लेख होने के बाद भी 07 महीने बीतने के बाद भी चिकित्सा शिक्षकों को नया वेतनमान और सेवा में आगे बढ़ने के निश्चित अवसर प्रदान करने की सुविधाएंस्वीकृत करने की कोई पहल न होने चिकित्सा शिक्षकों में प्रदेशव्यापी आक्रोश हैं |


शासन के हर स्तर पर की जा चुकी हैं चर्चा :-
मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन चिकित्सा शिक्षकों को सातवां वेतनमान (चिकित्सा शिक्षक संवर्ग) और सेवा में आगे बढ़ने के निश्चित अवसर प्रदान करने के लिए विभागीय क्रमिक उच्चतर वेतनमान प्रदान करने की मांग के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री, माननीय मंत्री चिकित्सा शिक्षा, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं संचालक चिकित्सा शिक्षा से विस्तृत चर्चा कर चूका हैं परंतु पर आज दिनांक तक मांगों का निराकरण नहीं हो पाया | 


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