नई दिल्ली 3 मई तक लाकडाउन बढ़ा  प्रधानमंत्री नरेंद मोदी  का देश के नाम संबोधन पूरा पड़े

- देश के संयम की प्रशंसा
- लाकडाउन की दिक्कतों पर अफसोस
- बाबा साहब को याद किया
-चैत्र वैशाख, वैशाखी की बधाई
-विश्व में महामारी पर चिंता
-भारत के प्रारंभिक कदम की जानकारी 
-500 मामले पर ही लाकडाउन 
-समस्या बढने का इंतजार किए बिना रोकने की पहल
-किसी भी देश से भारत की तुलना गलत लेकिन सामर्थ्यवान देशों की तुलना में भारत संभली स्थिति में
- एक माह में कई देशों में तीस गुना बढ़े लेकिन भारत की स्थिति ठीक
-सोशल डिस्टेशिंग और लाकडाउन से जिंदगियां बचीं, हालांकि आर्थिक नुकसान 
-भारत की चर्चा विदेशों में भी
-राज्य सरकारों और स्थानीय एजेंसियों का भी बेहतर सहयोग
-राज्य सरकारों और नागरिकों का लाकडाउन बढाने का सुझाव
- 20 अप्रैल तक पूरे देश में सख्ती और मूल्यांकन 
-  20 अप्रैल के बाद छूट दी जा सकती, अनुमति सशर्त होंगे 
-कोरोना फैलने पर फिर सख्ती
-15 अप्रैल को केन्द्र सरकार की ओर से विस्तृत गाइडलाइन जारी होगी
- दिहाडी मजदूरों, किसानों के लिए कुछ छूट की संभावना 20 से
- 220 लैब में टैस्टिंग
- भारत में एक लाख बैड रेडी, 600 विशेष अस्पताल तैयार
-युवा वैज्ञानिकों से कोरोना की वैक्सीन बनाने की अपील


*-*सात बातों में साथ- मोदी की सप्तपदी*


1- बुजुर्गों का विशेष ध्यान, खासकर पुरानी बीमारी वाले
2- लाकडाउन और सोशल डिस्टैंडिग का पालन, मास्क का प्रयोग
3- गर्म पानी -काढा पिएं
4- आरोग्यसेतु मोबाइल एप डाउनलोड 
5- गरीब परिवार की देखरेख
6- अपने कर्मचारियों को नौकरी से न निकाले
7- डाक्टर, नर्स , सफाईकर्मी, पुलिस का सम्मान करें