फरीदाबाद नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने चार्ज संभालते ही लिंग जांच करने वालों के खिलाफ चिकित्सकों की टीम गठित करके मैदान मेंहरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की राह पर

हरियाणा उदय के संपादक सुनील कुमार जांगड़ा की रिपोर्ट
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की राह पर फरीदाबाद नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने चार्ज संभालते ही लिंग जांच करने वालों के खिलाफ चिकित्सकों की टीम गठित करके मैदान मेंहरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की राह पर फरीदाबाद नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने चार्ज संभालते ही लिंग जांच करने वालों के खिलाफ चिकित्सकों की टीम गठित करके मैदान में उतारा। सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बेटी बचाओ। बेटी पढ़ाओ। के संदेश को सही माने में जड़ से मजबूत करने के लिए सराहनीय कदम उठाया। काबिल चिकित्सकों की टीम गठित करके स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली को चार चांद लगाए हैं।


अगली कड़ी में बल्लबगढ़ सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर मान सिंह ने सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा उन्होंने हमें लिंग जांच करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी।हमें गर्व है कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की राह पर उन्होंने कदम उठाया उन्होंने चार्ज संभालते ही अपने मार्ग दर्शन में स्वतंत्रता पूर्वक सेवा करने का अवसर दिया। एसएमओ डॉक्टर मान सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार के नेतृत्व में डिप्टी सीएमओ डॉ राजीव भगत। डीएचओ डॉक्टर हरीश आर्य कम पीएनडीटी। और एक महिला चिकित्सक के अलावा पुलिस उप निरीक्षक स्तर के अधिकारी और महिला पुलिसकर्मियों के सहयोग से लिंग जांच करने वालों का पीछा कई दिनों से कर रहे थे। और दिल्ली गाजियाबाद नोएडा व गुड़गांव का वह शातिर स्थान बदलते रहे ।उन्होंने मकड़ी के जाल की तरह बिचौलियों ने तार फैलाई हुए थे। अंत में कामयाबी जब मिली तब गुडगांवा में 6 फरवरी 2020 को आनंद नामक व्यक्ति ने लिंग जांच कराने के लिए ₹50000 रुपये नगद लिए और वहां से गाजियाबाद स्थित वरदान नर्सिंग होम में जांच कराने पहुंचे। नर्सिंग होम के संचालक जीतेंद्र फर्जी चिकित्सक था वहां पर उसकी पत्नी और सास मिली थी डॉक्टर मान सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम को सफलता मिली वह लोग लिंग जांच कराने वालों के लिए अलग-अलग वाहनों का इस्तेमाल करते थे। आइए सुनते हैं अगली कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली के मुख्य अंश