भोपाल हर पुलिस कर्मी के मन में ऐसी भावना रहे कि हमें हर हाल में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध रोकने हैं। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिहाज से बल्नरेवल स्पॉट चिन्हित करें। शिक्षण संस्थानों के आस-पास एवं अन्य चिन्हित स्थानों पर पुलिस की विशेष चौकसी हो, जिससे महिलाएँ अपने आप को सुरक्षित महसूस करें और कोई भी असामाजिक तत्व अपराध करने की जुर्रत न कर पाए। इस आशय के निर्देश पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने पुलिस मुख्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश भर के पुलिस महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षकों सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को दिए।यहाँ पुलिस मुख्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध श्री अन्वेष मंगलम, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन श्री कैलाश मकवाणा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रेल श्रीमती अरूणा मोहन राव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एससीआरबी श्री जी.पी.सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सायबर श्री मिलिंद कनस्कर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसटीएफ श्री अशोक अवस्थी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार श्री उपेन्द्र जैन, पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता श्री मकरंद देउस्कर, पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान श्री डी श्रीनिवास वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक रेल श्री जयदीप प्रसाद व पुलिस उप महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था श्री मनोज शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।पुलिस महानिदेशक श्री सिंह ने कहा कि अपराधियेां को पकड़ने से भी महत्वपूर्ण यह है कि अपराध होने ही न पाएँ। ऐसा तभी संभव होगा जब प्रोफेशनल तरीके (व्यवसायिक दृष्टिकोण) के साथ पुलिसिंग होगी। उन्होंने कहा माफियाओं के खिलाफ तभी बेहतर ढंग से सख्त कार्रवाई की जा सकती है जब पुलिस के पास पुख्ता सूचनाएँ होंगी। इसलिए सूचना तंत्र मजबूत होना चाहिए। श्री सिंह ने निर्देश दिए कि प्रदेश के महानगरों इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और भोपाल में महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराध करने वाले आरोपियों की हिस्ट्रीशीट बनाएँ और इस डाटा का अपराध नियंत्रण में उपयोग करें। श्री सिंह ने जेल से जमानत व पैरोल पर रिहा होने वाले आरोपियों पर नजर रखने पर भी विशेष जोर दिया। छ: दिसंबर एवं कानून व्यवस्था के लिहाज से महत्वपूर्ण अन्य दिवसों पर एहतियात बतौर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश भी पुलिस महानिदेशक ने वीडियो काँन्फ्रेसिंग में दिए। उन्होंने कहा हर जिले में थाना स्तर तक स्थानीय गणमान्य नागरिकों की बैठक लेकर उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहभागी बनाएं। साथ ही असामाजिक तत्वों तक कड़ा संदेश पहुँचाएँ कि गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस महानिदेशक ने कहा सभी एसपी डायल-100 सेवा का फीडबैक जरूर लें। उन्होंने पुलिसिंग में तकनीक का भरपूर इस्तेमाल करने पर बल दिया। श्री सिंह ने कहा चिन्हित जघन्य अपराधों में प्रदेश में सजा का प्रतिशत अच्छा है। किसी भी जिले में 70 प्रतिशत से कम सजा का प्रतिशत नहीं होना चाहिए।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध श्री अन्वेष मंगलम ने कहा कि महिलाओं से संबंधित अपराध के मामलों में थानों के बीच क्षेत्राधिकार की बात कदापि नहीं आना चाहिए। जिस भी थाने को सूचना मिले उसकी पुलिस पहले पहुँचे। साथ-साथ में अन्य संबंधित थाने को भी सूचना दी जाए। अपराध तत्परता से पंजीबद्ध करें और फरियादी के साथ पुलिस का व्यवहार संवेदनशील हो।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशासन श्री कैलाश मकवाणा ने कहा कि हर जिले में विभागीय जाँच प्रकरणों का तत्परता से निराकरण किया जाए। अच्छे काम करने वाले पुलिस कर्मियों को रिवार्ड और काम न करने वालों को सजा दी जाए।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दूरसंचार श्री उपेन्द्र जैन ने हॉल ही में तैयार किए गए डायल-100 के इंटीग्रेटेड पोर्टल, व्हीकल डिटेक्टिव पोर्टल आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही अपराध नियंत्रण में इनके उपयोग के बारे में बताया।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसटीएफ श्री अशोक अवस्थी ने कहा कि गुमशुदा महिलाओं एवं बच्चों की बरामदगी के बाद केवल मौके पर पकड़े गए आरोपी तक ही सीमित न रहें अपितु पूरी चेन का पता लगाकर सभी दोषियों को दंडित कराएँ। पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता श्री मकरंद देउस्कर व पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान श्री डी श्रीनिवास वर्मा ने भी वीडियों काँन्फ्रेसिंग में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
भोपाल पुलिस मुख्यालय,मध्यप्रदेश महिलाओं की सुरक्षा के लिए बल्नरेवल स्पॉट चिन्हित कर विशेष चौकसी लगाए पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंंह कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश भर के पुलिस अधिकारियों को दिए निर्देश