भोपाल गैस त्रासदी की 35 वी बरसी पर जहरीली गैस कांड संघर्ष मोर्चा, राजीव स्मृति गैस पीड़ित पुनर्वास केंद्र , एवं जन शिक्षण संस्थान भोपाल -2 के संयुक्त तत्वाधान में संस्था परिसर पुरानी गैस दावा अदालत ओल्ड.एम.एल.ए क्वाटर्स जवाहर चौक भोपाल में जन श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया इस श्रधांजलि सभा में संस्था एवं मोर्चे के संस्थापक स्व. श्री अलोक प्रताप सिंह जी एवं उनके सहयोगी स्व. श्री अब्दुल जब्बार जी सहित समस्त दिवंगत आत्माओ को श्रधांजलि अर्पित की गई | इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्री अनन्य प्रताप सिंह जी ने बताया की जहरीली गैस कांड संघर्ष मोर्चा 7 दिसंबर 1984 को बना था एवं जिसकी याचिका पर भोपाल गैस पीड़ितो को सर्वोच्च न्यालय के फेसले में 350 करोड़ का अंतरिम मुआवजा मिला | यह मोर्चा पिछले 34 साल से निरंतर गैस पीड़ितो के पुनर्वास के लिए संघर्ष कर रहा है | इस मोर्चे ने ही एक बड़ा, देश व्यापक जन आंदोलन तैयार किया था जिसके बाद ओधोगिक जिम्मेदारी पर कानून बना, जो आज भी कानून विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता है |
कार्यकर्म मै उपस्थित मध्यप्रदेश शासन के मंत्री श्री पी सी शर्मा जी ने सर्वप्रथम गैस कांड में मारे गए लोगो को श्रधांजलि देते हुए बताया की इस घटना के तुरंत बाद दूसरे दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गाँधी भोपाल आये और हादसे का जायजा लिया 12 दिसंबर 1987 को वह दुबारा भोपाल आए और केन्द्र सरकार की तरफ से वचन दिया की गैस पीड़ितो के पुनर्वास के लिए जो भी संभव प्रयास होगे उनका खर्चा केन्द्र सरकार उठायेगी वर्तमान में गैस पीड़ितो के हक का जो पैसा शेष बचा है उसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पीटिशन लगाई है | इसमें राज्य सरकार इंटरवीन करेगी अथवा मोर्चे का सहयोग इस क़ानूनी लड़ाई में लेगी हमारी सरकार कोशिश करेगी की गैस पीड़ितो को उनका पूरा हक़ मिले मोर्चे द्वरा शुरू की गई ऑनलाइन पीटिशन के लिए भी मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा आगे उन्होंने बताया की भोपाल मेमोरियल अस्पताल को केन्द्र सरकार द्वरा प्राइवेट हाथो में देने के प्रयास किये जा रहे है | मगर हम ऐसा नहीं होने देंगे | आलोक भाई, जब्बार भाई, अशोक भाभा जी ने जो लड़ाई लड़ी है उसेहम आगे बड़ाएगे और गैस पीड़ितो की बात मुख्यमंत्री तक पहुचाएंगे भोपाल गैस कांड जैसे अन्य ओधोगिक हादसों मै मरने वालो अथवा, ओधोगिक जिम्मेदारियों को तय करने, बढता उपभोक्तावाद अथवा पर्यावरण में बदलाव पर भी चर्चा की गई | पूर्व महापौर दीपचंद यादव जी ने मंत्री जी से निवेदन किया कि मोर्चे द्वरा चालू की गई ऑनलाइन पीटिशन का आपको समर्थन करना चाहिये जिससे माननीय मंत्री जी ने स्वीकार किया | सेफिया कॉलेज के प्रिंसिपल शारिक अली ने शोध के बारे में बताया कि कैसे मोर्चे के आंदोलन में शोध इस्तेमाल किया गया एवं अब भी शोध बहुत आवश्यक है अथवा सही पब्लिशड शोध की ही मान्यता होती है |वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार एवं समाज सेवी राजीव लोचन जी ने मोर्चे के आंदोलन में विदेशी चंदा न लेने के निर्णय एवं जनता से सहयोग लेने के लिए और जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटकों के महत्व को बताया | मौके पर यु.का के परिसर में पड़े जहरीले कचरे को हटाये जाने के लिये मोर्चे द्वरा चलाये जा रहे ऑनलाइन पीटिशन के बारे मै भी बताया गया | इस पीटिशन को अभी तक 75000 लोग भोपाल से अथवा अन्य जगहों से समर्थन दे चुके है | इस कचरे को हटाने की याचिका मोर्चे के संस्थापक स्व. श्री अलोक प्रताप सिंह ने 2004 में लगाई थी | एवं सर्वोच्च न्यायल ने इसको हटाने का आदेश इस याचिका पर 2014 में दे दिया था | 2015 में 1 टन कचरा टेस्ट करने के बाद भी यह अभी तक नहीं हटाया गया है | मोर्चे के कार्यकारी सदस्यों ने बताया की कई विदेशी चंदे से चलने वाले ट्रस्ट एवं संस्थाये अपने स्वार्थ के लिए इसे नहीं हटवाना चाहते | इन ट्रस्टो ने याचिका में भी अडचने डालने का प्रयास निरंतर किया है | कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष अनन्य प्रताप सिंह सहित मंत्री पी.सी शर्मा जी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्राजी, पूर्व बी डी ए उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम जी, पार्षद सोनू जैन भाभा जी, वरिष्ठ पत्रकार श्री लज्जा शंकर हरदेनिया जी , पूर्व महापौर दीप चन्द्र यादव जी ,राजीव लोचन जी, जे सी बरई, सेफिया कॉलेज के प्राचर्य मोहम्मद शारिक अली,श्रीमती सुचित्रा दामले, वामन जंजाले,FDPR के अध्यक्ष अलोक यादव, हलीम खान, फिरोज जहाँ, मोहन मैथिल, अजय यादव, एवं बड़ी संख्या में कोर्डिनेटरस तथा गैस पीड़ित सदस्य उपस्थित रहे
भोपाल गैस त्रासदी की 35 वी बरसी पर श्रधांजलि सभा जहरीली गैस कांड संघर्ष मोर्चा राजीव स्मृति गैस पीड़ित पुनर्वास केंद्र एवं जन शिक्षण संस्थान द्वारा रखी गई मंत्री पी.सी शर्मा ने किया ऑनलाइन पीटिशन का समर्थन