गरीब के चेहरे मे मुस्कान ही विकास की असली पहचान प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम

गरीबों की सेवा प्रदेश सरकार का लक्ष्य है। गरीबों के चेहरे में मुस्कान आ जाए यही असली विकास है। इन्ही उददेश्यों को लेकर प्रदेश सरकार शासकीय योजनाओं को धरातल तक पहुचाने का कार्य कर रही है। यह तभी संभव है जब शासकीय सेवक एवं जनप्रतिनिधि अपने दायित्वों को समझें तथा निष्ठा एवं ईमानदारी से उनका निर्वहन करे। प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य विभाग, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम आज जिला मुख्यालय उमरिया में स्थित पालीटेक्निक कालेज के प्रांगण में संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। 
    कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री ज्ञानवती सिंह, कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी, सीईओ जिला ंपंचायत अंकित अस्थाना, राजेश शर्मा, त्रिभुवन प्रताप सिंह, मो. नईम, असलम शेर, हर्ष सिंह, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास आनंद राय सिन्हा, कार्यपालन यंत्री आर ई एस धुर्वे, जनपद पंचायतो के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ग्राम पंचायत सरपंच, सहायक यंत्री, उपयंत्री, पंचायत सचिव तथा रोजगार सहायक ने भाग लिया। 
    प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि उमरिया जिला ग्रामीण पृष्ठभूमि वाला जिला है। ग्रामीण क्षेत्रों के समुचित विकास से ही जिले का विकास परिलक्षित होगा। ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्राम पंचायत सरपंच , सचिव तथा रोजगार सहायको की प्रमुख भूमिका रहती है। मनरेगा एक्ट में विकास की अपार संभावनाएं है। सभी जाब कार्ड धारकों को 100 दिन का रोजगार मिले । इस तरह की कार्य योजना बनाकर व्यक्तिगत एवं साममुदायिक कार्य संचालित किए जाने चाहिए। ऐसा करने से जहां जरूरत मंदों को काम मिलेगा वहीं उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी तथा चेहरे में मुस्कान आएगी साथ ही गांव का विकास भी तेजी से होगा। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छता मिशन, पंच परमेश्वर, संबल योजना, पेंशन योजनाओं की भी विस्तार से समीक्षा की।  उन्होने कहा कि जब वे दौरे पर जाए तो किसी गरीब द्वारा उसे योजना का लाभ नही मिलने की शिकायत नही प्राप्त होनी चाहिए। सभी लोग अपने दायित्वों का निर्वहन मुस्तैदी से करेंगें तो जिले में यह सुखद स्थिति बन सकेगी।  आपने कहा कि वनाधिकार अधिनियम के तहत ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाए। साथ ही सभी कार्य गुणवत्ता के साथ समय सीमा में संपन्न किए जाये। मनरेगा योजना से जिन पंचायतो में भवन जीर्ण शीर्ण हो गये है वहां नये पंचायत भवनो का निर्माण, उचित मूल्य की दुकानों का निर्माण तथा अन्य सामुदायिक आवश्कता वाले कार्यो को संचालित किया जाए। 
    प्रभारी मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा साहूकार अधिनियम बनाकर साहूकारी प्रथा पर रोक लगाई गई है । इसी तरह प्रदेश के आदिवासी विकासखण्डों में समाज के सामुदायिक कार्यो हेतु 25 हजार रू0 बर्तन खरीदने के लिए जारी किए गए है। आदिवासी परिवारों में बच्चे के जन्म लेने पर 50 किलो चावल तथा मृत्यु के उपरांत दसगात्र के लिए 100 किलो चावल राज्य सरकार द्वारा अनुदान के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी शासकीय सेवको को अपने शासकीय दायित्वो के साथ साथ सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने सभी लोगो को नशे से दूर रहने की समझाइश देते हुए कहा कि नशा नाश का कारण बनता है। आपने मोबाइल के अधिक उपयोग , टेलीवीजन अधिक देखने की प्रवृत्ति तथा विभिन्न प्रकार के नशे यथा शराब , तंबाखू , गुटखा, चरस , अफीम आदि का उपयोग नही करने की बात कही।