भोपाल पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ने किया अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी साहित्यकारों का सम्मान समोराह

पब्लिक रिलेशंस सोसायटी ने किया अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी साहित्यकारों का सम्मानभो पाल शहर के मिंटो हाल में चल रहे विश्व रंग कार्यक्रम के दौरान शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों विमोचन किया गया। इस मौके पर शहर की पब्लिक रिलेशंस सोसायटी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी की सेवा और प्रचार-प्रसार के लिए पूरे विश्व में कार्य कर रहे अप्रवासी भारतीय साहित्यकारों का सम्मान भी किया गया। इस मौके पर अपने उद्बोधन में जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहाँ की पिछले चार दिनों से विश्व रंग का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है आज वेबसाइट का लोकार्पण तथा सम्मानित हुए सभी साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं,उन्होंने कहाँ की विश्व रंग के इस आयोजन ने पूरी दुनिया को भोपाल में इखट्ठा कर दिया हैं। उन्होंने कहाँ की आज यह हिंदी साहित्यकारों का सम्मान हो रहा है जब कोई व्यक्ति विदेश जाता है तो अपनी संस्कृति को भी लेकर जाता है आज आप्रवासी भारतीय साहित्यकारों ने विदेशों में अपनी संस्कृति की छाप छोड़ी है जो हमारें लिए गर्व की बात हैं।इस समारोह के मुख्य अतिथि  मंत्री श्री पी.सी. शर्मा एवं श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, प्रसिद्ध लेखक एवं चिंतक रघु ठाकुर, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक प्रो. रामराजेश मिश्र एवं रबीन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के चांसलर संतोष चैबे थे।इस सम्मान समारोह में सम्मानित होने वाले विद्वानों में तेजेन्द्र शर्मा, इंग्लैण्ड, रेखा मैत्र, अमेरिका, दिव्या माथुर, इंग्लैण्ड, प्रो. (डॉ.) पुष्पिता अवस्थी, नीदरलैण्ड, डॉ. रामा तक्षक, नीदरलैण्ड, अशोक सिंह, अमेरिका, डॉ. भावना कुँअर, ऑस्ट्रेलिया, ललित मोहन जोशी, इंग्लैण्ड, अनूप भार्गव, न्यूजर्सी, संजय अग्निहोत्री 'क्षितिज',ऑस्ट्रेलिया, उमेश ताँबी, अमेरिका, रेखा राजवंशी, ऑस्ट्रेलिया, उषा राजे सक्सेना, इंग्लैण्ड, डॉ. कविता वाचक्नवी, अमेरिका, डॉ. संध्या सिंह, सिंगापुर, श्रीमती जय वर्मा, ब्रिटेन, अनिल शर्मा, भारत, डॉ सुषम बेदी, अमेरिका, अर्चना पैन्यूली, डेनमार्क, डॉ. वंदना मुकेश, इंग्लैण्ड, रमेश जोशी, अमेरिका, धर्मपाल महेन्द्र जैन, कनाडा, रमेश दवे, भारत, डॉ. कमल किशोर गोयनका, भारत, नासिरा शर्मा, भारत, वैभव सिंह, भारत और आत्माराम शर्मा, भारत शामिल हैं। इस अवसर पर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं का विमोचन भी किया गया। जिनमें अमेरिका के कवि उमेश ताँबी का कविता संग्रह ''शब्दों की ओट में'', प्रसिद्ध व्यंग्य लेखक और 'विश्वा', अंतर्राष्ट्रीय हिंदी समिति, अमेरिका के संपादक श्री रमेश जोशी का व्यंग्य आलेख संग्रह ''लीला का लायसेंस'', न्यूयॉर्क के प्रख्यात प्रवासी साहित्यकार व लेखक अशोक सिंह का ग़ज़ल संग्रह ''ख़्वाब कोई बिखर गया'', ऑस्ट्रेलिया की रेखा राजवंशी द्वारा संपादित व विश्व हिंदी साहित्य परिषद, दिल्ली द्वारा प्रकाशित ''बूमरैंग-२ कविताएँ ऑस्ट्रेलिया से'' (छह शहरों के चालीस कवियों की कविताओं का संकलन) और मनोज कुमार द्वारा संपादित बा और बापू के 150 वर्ष पर केंद्रित ''समागम'' (रिसर्च जर्नल) का विशेष अंक शामिल हैं।